tag:blogger.com,1999:blog-1814892148721911468.post6427481497107335413..comments2023-09-21T00:35:03.680-07:00Comments on अनुरक्ति: ग़ज़लललितमोहन त्रिवेदीhttp://www.blogger.com/profile/00016270901781656893noreply@blogger.comBlogger21125tag:blogger.com,1999:blog-1814892148721911468.post-42532824581708186622012-08-06T01:37:29.476-07:002012-08-06T01:37:29.476-07:00बहुत शानदार ग़ज़ल शानदार भावसंयोजन हर शेर बढ़िया ह...बहुत शानदार ग़ज़ल शानदार भावसंयोजन हर शेर बढ़िया है आपको बहुत बधाई<br /><br />http://madan-saxena.blogspot.in/<br />http://mmsaxena.blogspot.in/<br />http://madanmohansaxena.blogspot.in/Madan Mohan Saxenahttps://www.blogger.com/profile/02335093546654008236noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1814892148721911468.post-29910176034610975782011-01-30T08:44:45.856-08:002011-01-30T08:44:45.856-08:00wah aha,ek aur gahrihazal puraney panno sey bahut ...wah aha,ek aur gahrihazal puraney panno sey bahut maal baki hai abhi aap key khajaney mey.<br />kafi dino baad aaya hoo aaj aapkey dwar.<br />abhi nahi hua khatam khajana,<br />abhi to bahut purana sona hai bahar aana//<br />sasneh<br />bhoopendra<br />rewaडॉ.भूपेन्द्र कुमार सिंहhttps://www.blogger.com/profile/07345306084462566690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1814892148721911468.post-63972901595416312992011-01-20T05:39:26.973-08:002011-01-20T05:39:26.973-08:00वाह,बाह उम्दा इसके आगे क्या कहूं !वाह,बाह उम्दा इसके आगे क्या कहूं !Vinashaay sharmahttps://www.blogger.com/profile/14896278759769158828noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1814892148721911468.post-47250203909745137892010-12-15T01:33:39.725-08:002010-12-15T01:33:39.725-08:00बहुत खूबसूरत गजल ...बधाई.
'सप्तरंगी प्रेम&#...बहुत खूबसूरत गजल ...बधाई.<br /><br /> <br />'सप्तरंगी प्रेम' के लिए आपकी प्रेम आधारित रचनाओं का स्वागत है.<br />hindi.literature@yahoo.com पर मेल कर सकते हैं.Akanksha Yadavhttps://www.blogger.com/profile/10606407864354423112noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1814892148721911468.post-86477574037849659852010-12-11T04:48:02.458-08:002010-12-11T04:48:02.458-08:00त्रिवेदी जी!
आपकी रचनाओं में अपूर्व व्यञ्जनात्मकता...त्रिवेदी जी!<br />आपकी रचनाओं में अपूर्व व्यञ्जनात्मकता है, इसके साथ ही अपका उर्दू-ज्ञान भी काबिलेतारीफ़ है।ममता त्रिपाठीhttps://www.blogger.com/profile/11493596033041375660noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1814892148721911468.post-33613315734721863392010-10-22T05:31:34.659-07:002010-10-22T05:31:34.659-07:00सोचा जो शेर सबसे अच्छे लगेंगे,उन्हें छांटकर टिपण्ण...सोचा जो शेर सबसे अच्छे लगेंगे,उन्हें छांटकर टिपण्णी में टांक दूंगी...पर यहाँ तो सभी के सभी शेर ऐसे मन को बाँधने वाले हैं कि किसे चुनुं और किसे छोडूं..<br /><br />बेहतरीन ग़ज़ल लिखी है आपने...<br />आनंद आ गया पढ़कर ....<br />बहुत बहुत आभार पढने का सुअवसर देने के लिए...रंजनाhttps://www.blogger.com/profile/01215091193936901460noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1814892148721911468.post-89956440673747795872010-10-15T16:40:27.521-07:002010-10-15T16:40:27.521-07:00बहुत खूबसूरत गज़ल| हर प्ंक्ति लाजवाब, विशेषकर विरो...बहुत खूबसूरत गज़ल| हर प्ंक्ति लाजवाब, विशेषकर विरोधाभास का सुन्दर प्रयोग, वाह!Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1814892148721911468.post-3011322449327599592010-10-04T08:31:40.328-07:002010-10-04T08:31:40.328-07:00आदाब ,
मुद्दतों बाद इधर से गुजरना हुआ तो सोंचा आपक...आदाब ,<br />मुद्दतों बाद इधर से गुजरना हुआ तो सोंचा आपके यहाँ से होता चलूँ! खुबसूरत ग़ज़ल के लिए बधाई स्वीकारें , मतले पर खास तौर से दाद कुबूल करें ! दुसरे शे'र ने तो जैसे अपने दिल की बात कह दी आपने , वाह तीसरे शे'र को कोई ताज़र्बाकर ही इस तरह से कह सकता था , पुरानी बात मगर जिस लहजे से आपने से मुकम्मल किया है इसकी खूबसूरती और बढ़ गई है ! बाकी के अश'आर भी पसंद आये ... मुलायम सी ग़ज़ल के लिए ढेरो बधाई आपको ...<br /><br /><br />आपका<br />अर्श"अर्श"https://www.blogger.com/profile/15590107613659588862noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1814892148721911468.post-42538727427675258112010-09-22T04:58:48.749-07:002010-09-22T04:58:48.749-07:00बहुत सुन्दर गज़लबहुत सुन्दर गज़लM VERMAhttps://www.blogger.com/profile/10122855925525653850noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1814892148721911468.post-41587419941234482582010-09-22T02:54:27.703-07:002010-09-22T02:54:27.703-07:00मुखौटे तोड़ने भी हैं , भरम जिंदा भी रखना है !
यहाँ ...मुखौटे तोड़ने भी हैं , भरम जिंदा भी रखना है !<br />यहाँ पर कुफ्र है पीना , औ, लाजिम डगमगाना है !!<br /><br />ये आंसू भी तो स्वाँती, बूँद से कुछ कम नहीं मेरे !<br />संवर जाये तो मोती है , बिखर जाये फ़साना है !!<br /><br />मेरी बेचारगी को माफ़ करना ऐ जहाँ वालो !<br />ये किस्सा है हसीनों का , मशीनों को सुनाना है !!<br /><br /><br />bahut hi khoobsurat gazal...chand sher jo khaas pasand aaye...<br /><br />shubhkamanaayen...ज्योत्स्ना पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/14491409510866077940noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1814892148721911468.post-79270939153969074222010-09-21T07:34:20.081-07:002010-09-21T07:34:20.081-07:00बहुत उम्दा गज़ल.बहुत उम्दा गज़ल.अनामिका की सदायें ......https://www.blogger.com/profile/08628292381461467192noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1814892148721911468.post-1110410983408807662010-09-20T06:09:23.792-07:002010-09-20T06:09:23.792-07:00बड़े दा प्रणाम,
दूसरा ब्लाग बनाया है। प...बड़े दा प्रणाम,<br /> दूसरा ब्लाग बनाया है। पहले वाले का पासवर्ड भूल गया था।<br /> कृपया आषीर्वाद दें और अपना मो0 न0 फिर से एस0एम0एस कर दें-9456239706पर<br />नये ब्लाग का यूआरएल है-<br />http://kabhi-to.blogspot.comसंजीव गौतमhttps://www.blogger.com/profile/00532701630756687682noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1814892148721911468.post-85150273957308432162010-09-20T06:05:27.212-07:002010-09-20T06:05:27.212-07:00दिया लेकर, भरी बरसात में, उस पार जाना है !
उधर पान...दिया लेकर, भरी बरसात में, उस पार जाना है !<br />उधर पानी, इधर है आग, दौनों से निभाना है !<br /><br />मुखौटे तोड़ने भी हैं , भरम जिंदा भी रखना है !<br />यहाँ पर कुफ्र है पीना , औ, लाजिम डगमगाना है!!<br /><br />बहुत खूबसूरत ग़ज़ल हुई है। मतले का तो कहना ही क्या। वाह!संजीव गौतमhttps://www.blogger.com/profile/00532701630756687682noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1814892148721911468.post-28315471501890878292010-09-20T04:36:22.879-07:002010-09-20T04:36:22.879-07:00मेरा आईना भी मेरी, बहुत तारीफ करता है !
मुझे लगता ...मेरा आईना भी मेरी, बहुत तारीफ करता है !<br />मुझे लगता है सोने से, इसे भी मुंह मढाना है !!<br /><br />क्या बात कही...वाह !!!!<br /><br />सत्य है, चापलूसों के मुंह सोने से मढ़े ही जाते हैं....<br /><br />बहुत बहुत बहुत ही सुन्दर ग़ज़ल.....हर शेर मन मोहने वाला.....रंजनाhttps://www.blogger.com/profile/01215091193936901460noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1814892148721911468.post-83011190914648200122010-09-20T04:27:11.569-07:002010-09-20T04:27:11.569-07:00ये आंसू भी तो स्वाँती, बूँद से कुछ कम नहीं मेरे !
...ये आंसू भी तो स्वाँती, बूँद से कुछ कम नहीं मेरे !<br />संवर जाये तो मोती है , बिखर जाये फ़साना है !!<br /><br />गहरे भावों के साथ सुन्दर शब्द रचना ।सदाhttps://www.blogger.com/profile/10937633163616873911noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1814892148721911468.post-42733546577803922032010-09-20T04:06:42.363-07:002010-09-20T04:06:42.363-07:00शब्द और भाव पसंद आए ...शब्द और भाव पसंद आए ...शारदा अरोराhttps://www.blogger.com/profile/06240128734388267371noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1814892148721911468.post-56234024101154483372010-09-20T03:31:29.562-07:002010-09-20T03:31:29.562-07:00मुहब्बत की डगर सीधी , मगर दस्तूर उलटे है !
अगर चाह...मुहब्बत की डगर सीधी , मगर दस्तूर उलटे है !<br />अगर चाहो इसे पाना ,तो फिर जी भर लुटाना है ..<br /><br />बहुत ही लाजवाब शेरों के साथ .... कमाल की ग़ज़ल है .... सुभान अल्ला ....दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1814892148721911468.post-16733941645944034162010-09-19T10:21:49.480-07:002010-09-19T10:21:49.480-07:00दिया लेकर, भरी बरसात में, उस पार जाना है !
उधर पान...दिया लेकर, भरी बरसात में, उस पार जाना है !<br />उधर पानी, इधर है आग, दौनों से निभाना है !!<br />Shuruaat kaa hee ye aalam hai to aage kya gazab hoga!<br />Ham to samajh baithe the ki aap blog ka raasta bhool gaye! Behad achha laga aapki gazal padhke!kshamahttps://www.blogger.com/profile/14115656986166219821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1814892148721911468.post-31547545706835601532010-09-19T10:19:06.083-07:002010-09-19T10:19:06.083-07:00ये आंसू भी तो स्वाँती, बूँद से कुछ कम नहीं मेरे !
...ये आंसू भी तो स्वाँती, बूँद से कुछ कम नहीं मेरे !<br />संवर जाये तो मोती है , बिखर जाये फ़साना है !!<br />Wah,wah,wah! Bahut dinon baad likha aapne lekin kya gazab ka likha hai! Behtareen gazal kahee!shamahttps://www.blogger.com/profile/15550777701990954859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1814892148721911468.post-42006923248722629362010-09-19T10:07:11.911-07:002010-09-19T10:07:11.911-07:00बहुत खूब| हर शेर मार्के का है..किसकी तारीफ की जाय ...बहुत खूब| हर शेर मार्के का है..किसकी तारीफ की जाय और किसे छोड़ा जाय..बड़ी हिम्मत करके और बाकियों से माफ़ी मांगते हुए ये शेर सबसे ज्यादा पसंद आया|<br />मेरी बेचारगी को माफ़ करना ऐ जहाँ वालो !<br />ये किस्सा है हसीनों का , मशीनों को सुनाना है !!<br /><a href="http://www.rp-sara.blogspot.com" rel="nofollow">ब्रह्माण्ड</a>राणा प्रताप सिंह (Rana Pratap Singh)https://www.blogger.com/profile/17152336988382481047noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1814892148721911468.post-32655065797007642532010-09-19T10:00:04.586-07:002010-09-19T10:00:04.586-07:00मुखौटे तोड़ने भी हैं , भरम जिंदा भी रखना है !
यहाँ...मुखौटे तोड़ने भी हैं , भरम जिंदा भी रखना है !<br />यहाँ पर कुफ्र है पीना , औ, लाजिम डगमगाना है !!<br /><br />ये आंसू भी तो स्वाँती, बूँद से कुछ कम नहीं मेरे !<br />संवर जाये तो मोती है , बिखर जाये फ़साना है !!<br /><br />बहुत बढ़िया गज़ल ....खूबसूरत ..संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.com